देश की आज़ादी के ६० साल बीत जाने के बाद अगर पूछा जाए की सम्मान निये कलाम साहब को छोड़ कर देश को इस्लाम ने क्या दिया , तो जवाब होगा की १ ) आतंकबाद २) देश द्र्रोह ३) अविश्वास ४) पाकिस्तान भक्ति ५) बम धमाके
भाई साहब, इतने निराश न हों. ताज महल भी तो दिया है. हजारों मकबरे भी हैं. आतंकवाद का भी एक मकबरा बनेगा. यदि आप वर्ड वेरिफिकेशन हटादें तो लोगों को टिप्पणी करने में आसानी होगी.
आप और हम जैसे हिंदू यदि क हो जाएँ तभी ये देश बच सकता है। बहुत कुछ अनुभव करके, देख के, समझ के हिंदू जागृति हेतु मैंने एक ब्लॉग का शुभारंभ किया है ब्लॉग का पता है http://prakharhindu.blogspot.com/ यह एक ऐसा मंच है जिसके द्वारा मेरे विचारों का प्रचार एवम् प्रसार होगा। हिन्दुओं में अपने धर्म के प्रति उत्साह और प्रेम का संचार होगा। इस ब्लॉग का एक उद्देश्य इस्लाम के चेहरे से शराफ़त का नक़ाब उतारना भी है। साथ ही साथ अपने भाइयों को ये चेताना भी है कि हमें अपनी मातृभूमि का उद्धार करने हेतु स्वयम् ही आगे आना पड़ेगा। कोई हमारी रक्षा के तब तक आगे लिए नहीं आएगा जब तक कि हम आत्मनिर्भर नहीं हो जाते।
2 टिप्पणियां:
भाई साहब, इतने निराश न हों. ताज महल भी तो दिया है. हजारों मकबरे भी हैं. आतंकवाद का भी एक मकबरा बनेगा.
यदि आप वर्ड वेरिफिकेशन हटादें तो लोगों को टिप्पणी करने में आसानी होगी.
आप और हम जैसे हिंदू यदि क हो जाएँ तभी ये देश बच सकता है। बहुत कुछ अनुभव करके, देख के, समझ के हिंदू जागृति हेतु मैंने एक ब्लॉग का शुभारंभ किया है
ब्लॉग का पता है http://prakharhindu.blogspot.com/
यह एक ऐसा मंच है जिसके द्वारा मेरे विचारों का प्रचार एवम् प्रसार होगा। हिन्दुओं में अपने धर्म के प्रति उत्साह और प्रेम का संचार होगा। इस ब्लॉग का एक उद्देश्य इस्लाम के चेहरे से शराफ़त का नक़ाब उतारना भी है। साथ ही साथ अपने भाइयों को ये चेताना भी है कि हमें अपनी मातृभूमि का उद्धार करने हेतु स्वयम् ही आगे आना पड़ेगा। कोई हमारी रक्षा के तब तक आगे लिए नहीं आएगा जब तक कि हम आत्मनिर्भर नहीं हो जाते।
एक टिप्पणी भेजें