आतंक से पीड़ित देशो के लिए ११ सितम्बर और १३ दिसम्बर पीडादायक है । ११ सितम्बर को महासक्ति अमेरिका को निशाना बना कर इस्लामी आतंकियो ने विश्व को हिला दिया था । वैसे ही १३ दिसम्बर को भारत की संसद पर पाकिस्तान पोषित आतंकियो ने हमला कर भारत को ललकारा था । अब बात करे करवाई की । ११ सितम्बर के बदले अमरीका इराक , अफगानिस्तान को बर्बाद कर चुका है । उसका अगला निशाना पाकिस्तान है । वही संसद पर हमले का आरोपित भारत की जेल मे मेहमान बन कर रोटी तोड़ रहा है । आप जानते है ऐसा क्यों हो रहा है , क्योंकि अफजल मुस्लिम है और कांग्रेस की निति है - देश चाहे भाड़ मे जाए उसका वोट बैंक ख़राब नही होना चाहिये । येही फर्क है ११ सितम्बर और १३ दिसम्बर मे ।
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