रविवार, 2 मार्च 2014

पुन: स्वागत है हिंदू ह्रदय सम्राट

नरेंद्र भाई मोदी सोमवार  मुजफ्फरपुर में रैली •ो संबोधित •रने आएंगे। पिछले छह महीने •े अंदर यह दूसरा मौ•ा होगा, जब वे रैली •रने बिहार आ रहे हैं। आशा है •ि पिछली बार •ी गांधी मैदान, पटना •ी हुं•ार रैली •ी तरह उन्हें •टु अनुभव से नहीं गुजरना होगा और राज्य सर•ार सूबे •ो शर्मिंदा नहीं होने देगी। ऐसा मैं इसलिए लिख रहा हूं •ि क्यों•ि ए• पत्र•ार होने •े नाते मैं रैली में उन•ा भाषण सुनने •े लिए गया था और मेरा अनुभव •टु व पीड़ादाय• रहा था।
२८ अक्तूबर •ो हुई रैली में मैं उन्हें सुनने •े लिए गांधी मैदान गया था।  घर से नि•ला तो माहौल ठी•-ठा• था, •िंतु रैली स्थल गांधी मैदान जाते-जाते माहौल •ाफी खराब हो चु•ा था।  मेरे ए• दोस्त ने फोन •र बताया •ि भई गांधी मैदान मत जाना । इस पर मैंने उनसे पूछा •ि क्यों क्या बात हुई, चलना तो आप•ो भी था और आप ऐसी बात •र रहे हैं। इस पर उन्होंने •हा •ि पटना स्टेशन पर बम फटे हैं, टीवी पर खबर चल रही है •ि और बम मिले हैं। इस पर मैंने •हा •ि मैं तो उन्हें सुनने जाऊंगा ही। मित्र महोदय से मोबाइल पर बात •रते-•रते मैं उद्योग भवन •े समीप पहुंच गया। तभी आरबीआई छोर पर जोरदार धमा•ा हुआ और धुंए •ा ऊंचा गुबार उठा। मन थोड़ा डरा पर इरादा नहीं। मैं पैदल चलते-चलते रैली स्थल पर बनी मीडिया गैलरी त• पहुंच गया, तब शायद दो या तीन और धमा•े हुए। मीडिया गैलरी पूरी भरी थी सो मैंने तय •िया •ि नई गांधी मूर्ति •े पास खड़े हो•र उन•ा भाषण सुना जाए। रैली में आए लोगों में सुरक्षा इंतजामों •ो ले•र गुस्सा तो था, पर फट रहे बमों •े बीच वे अंतिम त• बने रहे क्यों•ि मेरी याद •े हिसाब से मोदी ही अंतिम वक्ता थे। मैंने उन•ा पूरा भाषण सुना और फिर पैदल अपने अखबार •े दफ्तर पहुंचा। साथियों •ो अपनी लाइव रिपोर्ट बताई। रैली •ा सार बताया। हालां•ि तब त• रैली में आतं•ी घटना •ी बात सामने नहीं थी ले•िन अगले घंटे भर में यह साफ हो गया •ि रैली व उस•े आस-पास फटनेवाले बम शरारती तत्वों •े सुतली बम नहीं बल्•ि आतं•ियों •े बम थे। इस खबर ने पूरे पटना •ो सन्न •र रख दिया •ि राज्य •ी नीतीश सर•ार आखिर •र क्या रही थी।  फिर तो रैली •े बाद भी गांधी मैदान में दो-तीन दिनों त• बम मिलते रहे व राज्य सर•ार •ी नामा•ियों •े •ारण सूबे •ी जनता शर्मिंदा होती रही।
खैर, यह सब पुरानी बातें हैं। आशा है •ि मोदी जी देश व बिहार •ो ले•र खा•ा प्रस्तुत •रेंगे व यहां से ४० सीटों पर अजेय जीत •ा आशीर्वाद ले•र जाएंगे।  देश व राज्य •ो •थित सुशासन से मुक्ति दिलाना बहुत जरूरी हो गया है। ऐसे में मोदी जी ही देश •ी पहली व आखिरी उम्मीद हैं।