गुरुवार, 29 जनवरी 2009

इस्राइल की निंदा क्यों की

संघर्ष विराम ख़त्म होने के बाद इस्राइल ने फलिस्तीन के आतंकबादी कैम्पों पर हमला शुरू किया । इस घटना में करीब १००० आतंकबादी और उनके समर्थक मरे गए । देखा जाए तो यह घटना आतंकबाद के खिलाफ युद्ध थी , पर भारत सरकार ने इसकी निंदा कर दी । ये घटना बताती है की मुस्लिम वोट के लिए हमारे नेता कितना निचे गिर सकते है । इस्राइल हमारा स्वाभाविक सहयोगी है और वोह भी आतंकबाद झेल रहा है । ऐसे में हमे उसका साथ देना चाहिये न की विरोध करना चाहिये ।

पाकिस्तान पर करवाई के लिए अमेरिका का मुह क्यों ताके

इससे बड़ी शर्म की बात कुछ और नही हो सकती है की आ कर हमारे नागरिको की हत्या कर दे और हम करवाई करने के बजाये एक लिस्ट सौप कर यह कहे की आप हमे हमारे दुश्मनो को सौप दे । अमेरिका का मुह हम ऐसे ताकते है मनो हमारे नही बल्कि उनके नागरिको की हत्या हुई हो । मुंबई हमलो के बाद भारत में ऐसा ही हो रहा है । यह स्तिथि तब है , जब हम परमाणु देश होने का दावा करते है । सरकार यह कह रही है की युद्ध किसी समस्या का समाधान नही है , लेकिन समाधान तो यह भी नही है जो भारत सरकार २० वर्ष से कर रही है । भारत आतंकबाद को उसी दिन कुचल सकता है , जिस दिन हमारे नेता इस्राइल वाला कलेजा हासिल कर लेंगे ।

रविवार, 18 जनवरी 2009

मोदी को बनाओ परधानमंत्री


भारत के एक प्रमुख समाचारपत्र " हिंदुस्तान " में एक पोल का रिजल्ट दिया गया है , जिसमे कहा गया आम भारत के लोग कहते है की नरेन्द्र मोदी देश के अगले परधानमंत्री हो । मै कहता हूँ की भाजपा के कार्यकर्ताओ की भी येही राय है की मोदी ही देश की बागडोर संभाले । मोदी ने जो आतंकबाद विरोधी छवि बनाई है , वोह उनकी दावेदारी को और मजबूत करती है । मोदी वोट की राजनीती नही करते है , इसलिए वो सच को केवल सच कहते है । भाजपा में अडवाणी को क्यों मौका दिया जाए , इस पर बहस होनी चाहिये । अडवाणी ने मन्दिर, हिंदुत्व , तुस्टीकरण, अल्पसंख्यक मामलो में आज तक राजनीती ही की है । कभी पिचास " मो जिन्ना " उन्हें सेकुलर नजर आते है , तो कभी अयौध्या मामला भारी भूल । नाटकबाज नेताओ की जमात में मोदी ही सच को सच कहते है , सो परधानमंत्री पद पर उनका स्वाभाविक हक़ है । भाजपा को भी देश की आवाज़ पर ध्यान देना चाहिये । मामले का एक पक्ष यह भी है की वो विकाश को बढावा देते है । मैंने ८ सितम्बर , २००८ को अपने ब्लॉग के मध्यम से यह बात की थी ।

बुधवार, 7 जनवरी 2009

नेता बंद करे नाटक



मुंबई हमलो के बाद आतंकबादी देश पाकिस्तान पर करवाई करने के बजाय हमारे देश के तमाम नेता गाल बजाने में लगे है । रह - रह ये नेता देश में ऐसे तमासा करने लगते है मानो इस बार ६० साल की कसार निकल ली जायेगी , लेकिन जल्द ही वे एल्यूमिनियम के बर्तन की तरह ठंडे हो कर मंजाने के लिए जूठो के ढेर में रख लिए जाते है । अब यह तय हो चुका है की नेता लोग कुछ करनेवाले नही है । ऐसे में उन्हें देश को माफ़ कर देना चाहिये और लाल किला पर चढ़ कर देश से माफ़ी मंगनी चाहिये की हमे माफ़ कर दे हम वोट की राजनीती के कारन नपुंसक हो चुके है । हम पाकिस्तान के डर से सब कुछ दे सकते है , पर उसका कुछ भी नही बिगाड़ सकते है ।


बिग हिंदू कमेन्ट : हमारे देश के नेता हिजरो से भी गए गुजरे है ।

शुक्रवार, 2 जनवरी 2009

नए साल में बिग हिंदू की आशा

नए साल (हलाकि) भारत के पंचांग के अनुसार नया साल मार्च से शुरू होता है, में बिग हिंदू की आशा है की भारत विश्व की महा शक्ति बन कर उभरे। बिग हिंदू चाहता है की २००९ में हम आतंकबाद को अपनी धरती से मिटा दे । हमारे यहाँ वोट बैंक की गन्दी राजनीती बंद हो जाए । मुस्लिमो के नाम पर ठेकेदारी बंद हो जाए । बंगला देसी घुसपैठे रोक दी जाए । पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए अपना कश्मीर बापस ले लिया जाए । पाकिस्तान से सभी सम्बन्ध तोड़ लिए जाए । मुस्लिम अयौध्या, काशी , मथुरा , धार को हिन्दुओ को सौप दे । आतंकबादी को फासी दी जाए और उनका समर्थन करनेवालों को वैसी ही सजा दी जाए । अयौध्या में शानदार राम मन्दिर बने और मुस्लिम उसमे तन । मन । धन से सहयोग करे । जय श्री राम । जय भारत