शुक्रवार, 29 मई 2009

" भाजपा की हार के लिए मोदी कैसे दोषी "


१५ वी लोकसभा के चुनावो में भाजपा की हार के बाद पत्रकारों के एक वर्ग के साथ भाजपा के वैसे नेताओ का समूह मोदी को दोषी बता रहा है , जो नगर निकाय का चुनाव नही जीत सकते है । यह सच है की मोदी भाजपा के स्टार पर्चारक थे , मगर इसका यह मतलब नही है है की उनका परचार जीत की गारंटी थी । आज तक देश में कोई ऐसा नेता नही हुआ है , जिसके परचार मात्र से ही चुनाव जीता जा सके । स्वयं अटल बिहारी बाजपाई में भी ऐसी काबलियत नही थी । भाजपा अगर हारी है तो इसका कारन यह है की अडवाणी शुरू से अंत तक यह तय नही थे की उन्हें क्या करना है । इसके आलावा भाजपा की रणनीति एसी कमरों में बनती रही , जिससे कार्यकर्ता सक्रिय नही हुए । किसी को दोस देने के वजाय भाजपा को आत्ममंथन करना चाहिये ।

मंगलवार, 26 मई 2009

आतंकबाद पर क्या करेंगे चितंबरम


बहुत कम लोगो को यह मालूम है की हमारे नए होम मिनिस्टर पी चितंबरम आतंकबाद के मसले पर कदा रुख रखते है । " टाडा" उन्ही के दिमाग की उपज थी । मुंबई हमलो के बाद बना कड़ा कानून उन्ही के दिमाग की चीज़ थी । इन सभी बातो के बाद मसला वोही का वोही है । क्या कांग्रेस आतंकबाद के मामले के प्रति गंभीर है । जब तक कांग्रेस नही चाहेगी इस मसले पर कुछ नही हो सकता है । कांग्रेस आतंकबाद के मामले पर क्या करेगी , उसे देश को बताना चाहिये ।

शुक्रवार, 22 मई 2009

मनमोहन जी आपका स्वागत है पर ...

मनमोहन सिंह ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की दोवारा कमान संभाली है । इस मौके पर बिग हिंदू उन्हें कुछ याद दिलाना चाहता है ।
१ अमरनाथ आन्दोलन के प्रति कांग्रेस सरकार के रवैया याद करे
2 राम सेतु का मजाक बनाया जाना याद करे
३ सावरकर की नाम की पट्टी हटाये जाने को याद करे
४ आतंकबाद के प्रति कांग्रेस का रवैया याद करे
५ कांगेस की तुस्टीकरण की नीतियो को याद करे
६ हिंदू आतंकबाद की झूठी बात याद रखे
७ देश में होनेवाले बम धमाको और सरकार की करवाई को याद रखे ।
आशा है बहुमत के प्रधानमंत्री इसका ध्यान रखेंगे । आपका एक बार फिर स्वागत ।

गुरुवार, 21 मई 2009

राहुल गाँधी गृह मंत्री बने, या चुप रहे


देश की जनता ने इस बार कांग्रेस को रिकॉर्ड तोड़ बहुमत दिया है । जाहिर -सी बात है की यह समर्थन कांग्रेस की विकासपरक नीतियो के कारन मिला है । कहा जा रहा है की कांग्रेस को युवाओ का वोट खूब मिला है । पार्टी यह मान कर चल रही है की यह सब राहुल की आभामंडल का परिणाम है । अगर ऐसा है तो राहुल गाँधी को गृह मंत्री बन कर देश की स्तिथि से रु रु होना चाहिये । जबकि राहुल संकेत दे रहे है की मंत्री पद अभी नही । राहुल अपनी सभाओ में ऐसे बोलते है मनो देश की सबसे जायदा चिंता उन्ही को है , पर जिम्मेदारी की बात आते ही वे पीछे हटने लगते है । या तो राहुल गृह मंत्री बन देश को उबारे या चुप रहे । ऐसी सेकुलर देशभक्ति किस काम की ।

बुधवार, 20 मई 2009

... क्योंकि मोदी के खानदान में कोई प्रधानमंत्री नही है

१५ वी लोकसभा चुनावो के परिणाम आते ही मीडिया ने राहुल गुणगान सुरु कर दिया । कहा जाने लगा की राहुल बाबा जहा-जहा गए उनमे अधिकतर जगह जीत हासिल हुई , वही नरेन्द्र मोदी जहा -जहा गए भाजपा को हार मिली । मै कहता हूँ की ऐसा कहनेवाले चमचागिरी कर रहे है । कांगेरेस को जीत उसकी नीतियो की वजह से मिली है न की राहुल की । ऐसा होता तो यूपी की सभी सीटे सहित ५४३ सीटे कांग्रेस के पास होती । कांग्रेस १५० का आकडा बस इस लिए पर कर पाई क्योंकि वेस्ट बंगाल और साउथ इंडिया में उसे भारी सफलता मिली । मै क्या पुरा देश यह जानना चाहता हूँ की राहुल ने वेस्ट बंगाल और साउथ इंडिया में कितने महीने मेहनत की और उन इलाको में वे कितने दिन रहे । राहुल की सभाओ में लोग इस लिए आते है की उनके पुरखे भारत के प्रधानमंत्री रह चुके है। लोग उनमे राजीव गाँधी देखने आते है, जबकि नरेन्द्र मोदी की सभा में जानेवाला हिंदुत्व के रक्षक को देखने जाता है ।

सोमवार, 11 मई 2009

ऐसे तो भाड़ में चला जाएगा देश


रविवार को पंजाब में राजग की रैली हुई । रैली में तमाम नेता जुटे । बिहार के सीएम नीतिश कुमार और गुजरात के सीएम नरेन्द्र मोदी भी इसमे एक मंच पर आए । यहाँ तक सब ठीक था । दोनों नेताओ ने हाथ मिलाया , इसके बाद हंगामा होने लगा । लालू ने कहा की नीतिश ने मोदी से हाथ मिला लिया । नीतिश ने बिहार आ कर कहा की मैंने कहा हाथ मिलाया , वो तो मोदी ने हाथ पकड़ लिया था । कांग्रेस भी लालू की बोली बोलने लगी । ऐसा ड्रामा होने लगा मानो मोदी २००० वर्ष पुराने दलित हो । खैर विपक्ष का काम अलो़चना करना होता है पर सबसे बुरी बात यह रही की नीतिश भी सेकुलर कफ़न ओढ़ने की कोसिस में सफाई देते नज़र आए । अगर नीतिश सेकुलर है तो क्यों नही भाजपा का साथ छोड़ देते है । एक हिंदू हित की बात कहनेवाले से इतनी नफरत , वो भी ८० परसेंट हिंदू आबादी वाले देश में ! ऐसे में तो देश भाड़ में चला जाएगा , यह तय मान लेना चाहिये ।