शनिवार, 26 सितंबर 2009

पटना में दुर्गा पूजा का रंग
















विजयादशमी की सुभकामनाए

बिग हिंदू के सुभचिंतको और पाठको का हिन्दुओ के विराट पर्व विजयादशमी और दुर्गापूजा की सुभकामनाए । इस पावन अवसर पर हम हिंदुत्व और हिन्दुओ की रक्षा का संकल्प ले , तभी इस भारत माता का कल्याण होगा । हिन्दुओ की आन्तरिक सकती जगे ; इसी कामना के साथ एक बार पुनः सुभकामनाए
जय श्री राम
वंदे मातरम
भारत माता की जय

सोमवार, 14 सितंबर 2009

...यह करे बीजेपी-4

भाजपा जनता से कटती जा रही है । यो कहे की एसी कमरों में बैठ कर और टीवी स्टूडियो में थेतरलोजी कर देश को दिशा देने का दावा करनेवाली भाजपा नेताओ की मण्डली उसे जनता से दूर करती जा रही है । अरुण जेटली , सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह , वैंकया नायडू ख़ुद बिना किसी सहयोग के चुनाव नही जीत सकते है , लेकिन " ब्लंडर लैंड " की दास्ताँ देखे , ये टिकेट बाटनेवालो की जमात में सामिल है । ऐसा कर कोई कैसे जीत की उम्मीद कर सकता है । एसी कमरों और टीवी स्टूडियो की थेतरलोजी देख कर जनता पक चुकी है । बिना जनता से जोड़े भाजपा अपने कल्याण की सो़च भी नही सकती है ।

शनिवार, 12 सितंबर 2009

भाजपा का हाल कार्टून की नज़र में











सभी कार्टून साभार है

तो यह करे बीजेपी-3

पिछले १० वर्षो में बीजेपी ने अपने से वैसे कार्यकर्ताओ और नेताओ को दूर किया है , जिनकी एक हुंकार से जनता खिची चली आती थी । ऐसे नेताओ में कल्याण सिंह, उमा भरती, साध्वी ऋतंभरा, गोविन्दाचार्य आदि नेता शामिल है । अयौध्या आन्दोलन में कोई कितनी भी अपनी पीठ ठोके , पर अगर कल्याण न होते तो मुह के शेर कुछ भी नही कर सकते थे । इसी प्रकार भाजपा ने मुरली मनोहर जोशी , साहिब सिंह वर्मा जैसे समर्पित नेताओ को किनारे लगाया । इन कुकर्मो में बीजेपी के कौन-कौन नेता शामिल थे , अब शायद बताने की जरुरत नही है । टीवी ब्रांड और प्रादेशिक नेता वैंकया नायडू , राजनाथ सिंह , अरुण जेटली, कलराज मिश्रा , राजीव रूडी , सुशील कुमार मोदी आदि से भाजपा को कुछ भी फ़ायदा नही हुआ है । चाल, चरित्र और चिंतन की बात करने वाली पार्टी में आवारा और वाहियात नेताओ का कब्जा हो गया है । जनता की ओर से मसेज साफ है या तो लिफाफाबाजो को किनारा करो या फिर गर्त में मिलने को टायर हो जाओ । भाजपा नेताओ को आगे बढाये न की जुबान की खेती करनेवालों को ।