शनिवार, 27 जून 2009

विनाश की ऑर भाजपा


भाजपा लोकसभा चुनावो के बाद सुन्यता से भर गई है । उसका हर नेता महान बनने की कोसिस में जुटा है । आश्चर्य की बात यह है की पार्टी के नेता कुर्सी के मोह में नरक तक डूब गए है । लिफाफबाजो की हर गलती ऐसे माफ़ की जा रही है , जैसे इन्ही लोगो ने पार्टी को २ से १८२ तक पहुचाया था । भाजपा आम जनता से कट चुकी है और कांगेस की कार्बन कॉपी बनती जा रही है ।

सोमवार, 1 जून 2009