शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

गोधरा के शहीदों को श्ऱद्धांजलि

आज 26 तारीख है. 26 फरवरी. कुछ वर्ष पहले इसी दिन अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों को गोधरा में दंगार्इ भीड ने जला दिया था. इस पर तमाम तरह की राजनीति हुर्इ. कहनेवाले तो यहां तक कह गये कि आग अंदर से लगायी गयी थी, बाहर तो लोग आग बुझाने के लिए जुटे थे. एक जनाब जसिटस बनर्जी ने तो अपने आकाओं की खुशी के लिए ऐसी बातों को एक रिपोर्ट तक की शक्ल दे दी. इस घटना को मुसलमानों ने अंजाम नहीं दिया है, इस बात को हर कीमत पर सही ठहराने के लिए सैकडों की संख्या में भांड जमा हो गये. कम्युनिस्टों की तो छोड ही दें, वे तो इसी काम के लिए बने हैं टुच्चे पत्रकारों की जमात भी इस कुकर्म में जुट गयी. इस घटना का स्याह पक्ष यह रहा कि पीडित समुदाय को न्याय मिलने की जगह उसे ही दोषी ठहरा दिया गया. सबको केवल मुसलमानों की चिंता रही, किसी ने हिंदुओं का दर्द नहीं जानेन की कोशिश की. लेकिन सच सच्चा सूरज होता सो उसने समय आने पर अपनी रोशनी दिखा दी. तमाम जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि हिंदू जले नहीं जलाये गये थे. सचमुच यह केवल भारत में हो सकता है, जो हुआ भी. अब सच सबके सामने है. बिग हिंदू की ओर से गोधरा के शहीदों को श्ऱद्धांजलि व देश से गुजारिश-सच को सच कहने का साहस करें व तुषिटकरण का देश से उन्मूलन करें. तभी हमारे भारत वर्ष का कल्याण हो सकता है.