इससे बड़ी शर्म की बात कुछ और नही हो सकती है की आ कर हमारे नागरिको की हत्या कर दे और हम करवाई करने के बजाये एक लिस्ट सौप कर यह कहे की आप हमे हमारे दुश्मनो को सौप दे । अमेरिका का मुह हम ऐसे ताकते है मनो हमारे नही बल्कि उनके नागरिको की हत्या हुई हो । मुंबई हमलो के बाद भारत में ऐसा ही हो रहा है । यह स्तिथि तब है , जब हम परमाणु देश होने का दावा करते है । सरकार यह कह रही है की युद्ध किसी समस्या का समाधान नही है , लेकिन समाधान तो यह भी नही है जो भारत सरकार २० वर्ष से कर रही है । भारत आतंकबाद को उसी दिन कुचल सकता है , जिस दिन हमारे नेता इस्राइल वाला कलेजा हासिल कर लेंगे ।
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