गुरुवार, 25 सितंबर 2008

गोधरा का सच सामने आया


२५ सितम्बर को नानावटी कमीसन की रिपोर्ट आने के बाद यह तय हो गया की गोधरा मे साबरमती एक्सप्रेस मे रामसेवक जलाये गए थे । पहले के कार्यक्रम के अनुसार मुस्लिमो ने रामसेवक को जला कर मार डाला । लेकिन जब इस पर राजनीती सुरु हुए तो कहा गया की आग अन्दर से लगाई गई थी । मुस्लिम वोट के भूखे लालू यादव ने रेलवे के माध्यम से एक आयोग बनाया जिसने बहुत कम समय मे चमचे की तरह ऐसे रिपोर्ट पेश की जिसकी बाते किसी के गले नही उतरी । उसने कहा की आग अन्दर से लगाई गई थी । नानावटी आयोग की रिपोर्ट के बाद देश को यह जान लेना चाहिये की वोट के लिए हिदू समुदाय के ही नेता इसे बेचने मे कोई कसर नही छोड़ते है । मामले मे नरेन्द्र मोदी फिर विजई बन कर सामने आए है ।

1 टिप्पणी:

हर्ष प्रसाद ने कहा…

मान्यवर,
तनिक 'हिंदू' शब्द, जिसकी महिमा का आप इतना गुणगान अपने ब्लॉग और नरेंद्र मोदी के माध्यम से कर रहे हैं, उसके अर्थ और इतिहास से मुझे अवगत करा दें, कृपा होगी. अगर नरेंद्र मोदी भी इस पर कुछ प्रकाश डाल सकें (जिसमें मुझे संदेह है) तो और भी कृपा होगी. इस दीन याचक का नाम हर्ष है.