रविवार, 2 नवंबर 2008

राज के रहते गद्दारों की क्या जरुरत है


राज ठाकरे भाषा और राज्य के नाम पर देश को बाट रहे है । वो कह रहे है की महारास्ट्र केवल मराठियो का है , यहाँ रहनेवाले बिहारियो और उत्तर भारतीयों को बापस जाना होगा । उनकी नादानी से हिंदुत्व को नुकसान हो रहा है । राज की नौटंकी से गाहे - बगाहे हिन्दुओ को ही नुकसान हो रहा है । देश जनता है की हिंदू , वोट की राजनीती के कारन कमजोर होते जा रहे है , ऐसे में राज के रहते गद्दारों की क्या जरुरत है । जो कम पाकिस्तान ६० वर्ष में नही कर सका , उसे राज ने दो वर्ष में ही कर दिखाया । अगर अखंड भारत में ही ऐसे हालत बनने लगे की एक राज्य के लोग को दुसरे राज्य के लोग पिटे तो दोष किसे दिया जा सकता है । राज ठाकरे हिन्दुओ के दुसरे जैचंद बनेगे , इसमे सक नही है ।

1 टिप्पणी:

Sadhak Ummedsingh Baid "Saadhak " ने कहा…

राज ठाकरे दुष्ट है, समझें दूजा राज.
इसको पैदा क्यों किया, यहीं छिपा है राज़.
यहीं छिपा है राज़, राज की कारस्तानी.
नहीं समझ पायेगी जनता की नादानी.
कह साधक कवि,सन्मझो भारत बात सुष्ठ है.
बदलें राज का सिस्टम,राज़ ये बङा दुष्ट है.