मुंबई में जब आतंकबादी हमले हुए तो मैंने सोचा की राज ठाकरे अपनी सेना लेकर आतंकबादी से लोहा लेने पहुच जायेंगे , लेकिन घटना के २२ घंटे बीतने के बाद भी वे मौके पर नज़र नही आए । उनकी फ्रोड सेना भी कही नही दिखी । दिखी तो हमारी भारतीय सेना , जिसने एक बड़ी करवाई चला राखी थी । राज ठाकरे समझ ले की संकट में एकता ही कम आती है । पर सवाल वही का वही है महारास्ट्र को अपने बाप की जागीर बतानेवाले वीर राज ठाकरे संकट के समय कहा थे । क्या आपने उन्हें देखा है ।
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