मंगलवार, 9 दिसंबर 2008

कसाब को लेकर मीडिया संजीदा क्यों


हमारी मीडिया भी दोहरी चरित्र की है । एक तरफ तो वो नेताओ को आतंकबाद के मुद्दे पर दोहरा मापदंड अपनाने पर गरिया रही है । तो दूसरी ओर वो रोज - रोज कसाब पर स्टोरी दिखा कर तरह - तरह की कहानी सुना रही है । जैसे, कसाब को किसकी फिल्म पसंद है , उसे खाने में क्या पसंद है , कैसे उसे गुमराह कर आतंकबादी बना दिया गया । क्या नौटंकी है यह । जिस तरह से नेता वोट के लिए मर रहे है , वैसे ही मीडिया टीआरपी के लिए सब करम कर रही है । कसाब येहा मैच नही खेलने आया था , वोह येहा तबाही मचाने आया था । मीडिया कैसे इन बातो को भूल गई , ये शर्मनाक है । मीडिया की इन करतूतों से होगा यह की मानवाधिकार वाले और मुस्लिम वोट के भूखे नेता और कांग्रेस जैसे पार्टी उसके बचाव की मांग करने लगेगी की उसे छोड़ दिया जाए । देश को याद है की अफजल के मामले में ऐसा ही हुआ है ।

3 टिप्‍पणियां:

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

भाई देखना उसके नाम पे भी होगा एस एम् एस का व्यापार

Unknown ने कहा…

it's so because we and ad.world take interest in such news. the ghost of TRP makes to create all these.one day we find our super enemy as our wellwisher in media screen.we have to protest such news.
b.raha,dumka,jharkhand.

bighindu ने कहा…

kasab aur afjal ko fasi di jani cahiye. media ko isme apna pura support dena cahiye.