बुधवार, 22 अक्तूबर 2008

हिंदुत्व के दुसमन राज ठाकरे


हिंदुत्व के दुश्मनो में लालू यादव , राम विलास पासवान , अमर सिंह , मुलायम यादव के बाद राज ठाकरे का भी नाम जुट गया है । जिस तरह से उन्होंने उत्तर भारतियो को महारास्त्र में निशाना बनाया , वो शर्म नाक है । इससे उन्हें भले ही सत्ता मिल जाए , पर हिंदुत्व को नुकसान होगा , यह तय है । राज ठाकरे अगर भारत में घुस आए बंगला देसियो के खिलाफ अभियान चलाते तो पुरा देश उन्हें समर्थन करता , लेकिन अपने ही देशवासियो के साथ वो जो कर रहे है वो देशद्रोह है । राज ठाकरे १००००० देशद्रोहियो के बराबर है । जहा तक मई जनता हूँ की मुंबई के मीरा रोड , ठाणे , कुर्ला आदि में लाखो बांग्लादेसी है । राज की चोच उनके मामले में क्यूँ बंद है । अगर राज नही माने तो उन्हें एसे ही कुत्तो के साथ दिन बिताने पड़ सकते है । राज देश दुनिया की चिंता छोड़ कर कुत्तो के साथ खेले , येही उनको सूट करता है ।

3 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

राज ने नफरत की दुकान अभी खोली है. लालू, पासवान, मुलायम, अमर सिंह की नफरत की दुकान बहुत दिनों से चल रही है. उन के स्तर तक पहुँचने पर राज महराष्ट्र के मुख्य मंत्री बन जायेंगे.

सोनाली सिंह ने कहा…

आरोपी ठाकरे को कठोरतम दण्ड मिलना चाहिए तथा उसकी पार्टी पर प्रतिबन्ध लगना चाहिए। भगवान न करें कि उसके पापों की सजा महाराष्ट्र के लोगों को भुगतना पड़ें।

Unknown ने कहा…

agar apke najar me hamare Raj saheb Thakare gunde hai to apke, bihar neta jo dharm ke naam pe janta ko ladhva rahe, gay bhaiso ka chara me brashtachar kar rahe hai,Don ke party me nachne ganewale wo kya sadhu hai. aagar wo apko sadhu lag rahe hai to Raj sahab hamare liye Sant hai.