सबसे पहले भारतीय जीत को जीत के लिए शुभकामनाएं. दरअसल , आज विश्वकप के सेमीफाइनल का वह मैच है, जिसका विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या इंतजार कर रही है. यों तो खेल , केवल खेल होना चाहिए पर भारत-पाकिस्तान के मैच में यह धारणा टूट जाती है. सुनने में आ रहा है कि पाकिस्तान के हुक्मरान भी मैच देखने आ रहे हैं. खैर आ रहे हैं तो भारतीय संस्कृति के हिसाब से उनका स्वागत है, लेकिन वे किस मुंह से आ रहे हैं , यह जांच का विषय है। लोगो को पाकिस्तान का ९-११ का तोहफा अब तक याद है । भारतीय टीम से यही आशा है कि वे बिन बुलाये (नियमत:) मेहमानों को जबरदस्त हार का तोहफा दे कर विदा करें. आशा है धोनी एंड कंपनी इसकी तैयारी कर चुकी है. एक बात और छूट रही है. सचिन शतकों का शतक पाकिस्तान के खिलाफ बना दें तो यह इतिहास में महाभारत के किसी अध्याय की तरह दर्ज हो जायेगा.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें