इसमे कोई दो राय नही है की बीजेपी भयानक संकट से गुजर रही है । अगर इसके टुकड़े हुए तो इसका हाल जनता पार्टी जैसा हो जाएगा । बीजेपी में हंगामे की मूल बजह है इसके दुसरे -तीसरे दर्जे के नेताओ , जिनका कोई जनाधार नही है , की बयानबाजी । राजनाथ सिंह , सुषमा स्वराज , वैंकय्या नायडू , मुख्तार अब्बास नकवी जैसे नेताओ की नकेल कसे बिना भाजपा का कोई कल्याण नही हो सकता है । इस बीमारी का एक इलाज है की भाजपा द्वारा अपनी बात कहने के लिए एक आदमी तय किया जाए । उस आदमी के बाद कोई अपनी बात कहे तो उसे पार्टी से बहार का रास्ता दिखाया जाना चाहिये ।
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