राम का नाम बेचनेवालो की शामत आ गई है । अडवाणी की सुरक्षा अधिकारी ने बयान दिया है की अडवाणी , परमोद महाजन , उमा भारती सहित टॉप बीजेपी लीडर ढाचा गिराए जाने के समय जोशीला भासन दे रहे थे । हलाकि यह बात सही है की ढाचा गुलामी की तीन निशानियो [ अयौध्या , काशी , मथुरा ] में से एक था । लेकिन शर्म की बात यह है की गाहे बगाहे टॉप बीजेपी लीडर इस घटना के लिए बिभिन्न मंचो से माफ़ी मांगते नज़र आये । यानि उन्होंने जीवन की सारी कमाई उसी तुस्टीकरण में गवा दी , जिसके खिलाफ वे आजीवन लड़ते रहे ।
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