मंगलवार, 2 मार्च 2010

पिता को नमन


मैंने अपना पिता ३० जनवरी २०१० को खो दिया । वे अब हमारे परिवार के साथ नहीं है पर उनके बताये रास्ते और सिद्धांत मुझे जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे । उनके जीवन का सबसे बड़ा मोटो था की आप अपना काम बेहतर करे । मै यह कोशिस ईमानदारी से करूँगा ।

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