मंगलवार, 1 दिसंबर 2009

लिब्रहान रिपोर्ट की सियासत

'राम मंदिर पर अपना मुंह बंद रखें आडवाणी'
बाबरी मस्जिद विध्वंस की जांच संबंधी लिबरहान आयोग की रिपोर्ट को तथ्य से परे बताते हुए विश्व
हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कहा कि इस मामले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को प्रतिकूल टिप्पणी करने से मना किया जाएगा। वीएचपी ने रिपोर्ट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल होने पर कुछ भी कहने से इनकार किया। हालांकि संगठन ने इस बात को स्वीकार किया कि वाजपेयी मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे थे। वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आशोक सिंघल ने कहा सामाजिक सद्भाव कायम करने के लिए मुस्लिम समाज को आयोध्या, काशी और मथुरा के हिंदू धर्मस्थलों पर अपना दावा छोड़ देना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार को कानून बना कर राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करना चाहिए। जैसा सोमनाथ मंदिर की स्थापना के लिए जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल के समय सरदार पटेल के नेतृत्व में किया गया था।
हमें बाबरी मस्जिद ढहने का दुख नहीं: संघ
लिबरहान आयोग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएसएस प्रवक्ता राम माधव ने स्पष्ट तौर पर कहा कि हमें विवादित ढांचे के ढहने का कोई दुख नहीं है। यह पूछे जाने पर ही ढांचा गिराने की जिम्मेदारी संगठन स्पष्ट तौर पर क्यों नहीं ले रहा है , तो उन्होंने हमेशा की तरह घुमावदार बात कहते हुए कहा कि यह जनआंदोलन था और हम कारसेवकों की भावनाओं की कद्र करते हैं। उस दिन जो हुआ वह अनायास था , कोई तयशुदा काम नहीं था। इसके लिए कोई भी दोषी नहीं है। यहां गौर करने वाल बात है कि सोमवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने बाबरी ढांचे के गिरने को दुखद बताया था, वहीं संघ इस काम के लिए जरा भी दुख व्यक्त न करते हुए, उससे उलट बात कह रहा है।
कांग्रेस ने माना राव रहे थे नाकाम
कांग्रेस ने स्वीकार किया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव बाबरी मस्जिद की सुरक्षा करने में नाकामयाब रहे थे। हालांकि कांग्रेस ने यह नहीं माना कि राव मस्जिद गिराए जाने की साजिश में शामिल थे। लिबरहान आयोग की रिपोर्ट पर तीखे सवालों से घिरे कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. शकील अहमद ने कहा कि मस्जिद गिरने के बाद जनता द्वारा तीखी आलोचना के बाद कांग्रेस ने 1998 के लोकसभा चुनाव में राव को टिकट देने से इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि लिबरहान कमिशन ने राव को दिन में सपने देखने वाला प्रधानमंत्री तो बताया मगर उन्हें मस्जिद गिराए जाने का दोषी नहीं बताया। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी दो बार मस्जिद गिराए जाने के लिए माफी मांग चुकी है। पहली बार तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष केसरी और फिर सोनिया गांधी ने माफी मांगी। कांग्रेस ने कहा कि राव प्रत्यक्ष दोषी नहीं थे।
वाजपेयी दोषी नहीं है: जस्टिस लिबरहान
जस्टिस लिबरहान ने कहा है कि उनकी रिपोर्ट में अटल बिहारी वाजपेयी को दोषी नहीं ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में वाजपेयी का नाम आया जरूर है, पर इसका मतलब यह नहीं है कि रिपोर्ट ने उन्हें दोषी माना है। जस्टिस लिबरहान ने कहा है कि रिपोर्ट को सही संदर्भ में पढ़ने की जरूरत है। जब वाजपेयी को कमिशन के सामने पेश होने के लिए बुलाया ही नहीं गया, तो उनको कैसे दोषी ठहराया दिया गया? इस पर जस्टिस लिबरहान ने कहा, 'मैंने वाजपेयी को अपनी रिपोर्ट में दोषी नहीं ठहराया है।' उन्होंने कहा, 'कृपया रिपोर्ट को सही संदर्भ में पढ़िए उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे रिपोर्ट का मनगढ़ंत अर्थ न निकालें।
लिबरहान आयोग की रिपोर्ट संसद में पेश
लोकसभा में मंगलवार को लिबरहान आयोग की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की गई। यह रिपोर्ट 2 बजे राज्यसभा में भी पेश की जानी चाहिए। लोकसभा में यह रिपोर्ट होम मिनिस्टर पी. चिदंबरम ने पेश की । रिपोर्ट अंग्रेजी में पेश की गई। रिपोर्ट में बहस बाद में की जाएगी, लेकिन विपक्ष ने तुरंत बहस की मांग की। इससे पहले वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह बुलाई गई केंद्रीय मंत्रिमंडल की आपात बैठक में लिबरहान आयोग की जांच रिपोर्ट संसद में पेश किए जाने के मसले पर चर्चा हुई। लिबरहान आयोग का गठन 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस के मामले की जांच के लिए किया गया था। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की जांच कर रहे लिबरहान आयोग की रिपोर्ट 17 साल बाद मंगलवार को संसद में पेश हुई। संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने लोकसभा की बैठक शुरू होने पर सूचित किया कि गृह मंत्री प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद दोपहर 12 बजे लिबरहान आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करेंगे। सदन की बैठक शुरू होते ही बीजेपी संसदीय दल की उपनेता सुषमा स्वराज ने यह मामला उठाया और कहा कि कल एक अखबार में प्रकाशित होने के बाद आज सभी अखबारों में यह रिपोर्ट छपी है और संसद में उसे पेश नहीं किया जाना दुर्भाग्यापूर्ण है। इस पर बंसल ने रिपोर्ट को दोपहर 12 बजे पेश किए जाने की सूचना दी। साथ ही अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि वह इस मुद्दे पर सदस्यों को अपनी बात भी रखने की अनुमति देंगी लेकिन चूंकि मामले की जांच चल रही है तो सदस्य उसी को ध्यान में रखते हुए संक्षेप में अपनी बात रखें।
[सभी रिपोर्ट media की खबरों पर आधारित ]

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