बुधवार, 29 सितंबर 2010

देश के नाम सन्देश

जय श्री राम , जय श्री राम , जय श्री राम
जब तक आप इस पोस्ट को पढ़ रहे होंगे , देश की अस्मिता से जुड़े एक महत्व पूर्ण मामले में फैसला आ चुका होगा । कहा जा रहा है कि फैसला देश के सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है , पर जरा सोचे क्या ऐसा होना चाहिये । फैसला कुछ भी आये देश को राम मंदिर के लिए आगे आना चाहिये , ताकि इस विवाद का सदा के लिए अंत होता सके । मंदिर बनाने में जो भी विरोध है वो हमारे देश के कुछ दोगले नेताओ के दिमाग कि उपज है । तारीफ कि बात यह है कि देश के ९९ परसेंट मुसलमान भी येही चाहते है कि वहा मंदिर बना कर मामले का सदा के लिए निबटा दिया जाये । हिन्दुओ को भी चाहिये कि अयौध्या में मंदिर से २ किलोमीटर दूर मुसलमानों के लिए अपने पैसे से मस्जिद बनबा दे । भारत में भले ही तमाम धर्मो के लोग रहते है , पर या तो उनका मूल हिन्दू धर्म है या वे धरामान्त्रित है ।

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