सोमवार, 11 अगस्त 2008

भारत को हिंदू देश बनाये


भारत को हिंदू देश बनाये । इसके लिए हमे आगे आना होगा .

10 टिप्‍पणियां:

श्रद्धा जैन ने कहा…

hmm main aapki baat ka arth nahi samjhi
magar jo samjhi hoon agar wo aapki baat ka matlab hai to mujhe hairat hai ki aap jaise log bhi duniya main hai

jo padhe likhe hokar bhi ....................................

Dr. Anil Kumar Tyagi ने कहा…

कुछ लोग हिन्दू हितों की बात करना साम्प्रदायिकता समझते हैं तथा मुसलिम तुष्टीकरण को धर्मनिर्पेक्षता श्रद्धा जी शयद उन्ही लोगों में से हैं।

श्रद्धा जैन ने कहा…

Anil ji

hindu hito se mujhe koi shikayat nahi hai
hindu ka hit hona hi chhaiye
lekin iske liye muslim aur dusre dharam par ungli uthaya jaaye zaruri to nahi
aap apna haq maange magar usmain ye comparison kyu
ki use mila hai hume kyu nahi

aapka haq hai use aap bina kisi muqabale ke bhi maang sakte hain
ye to bachhon se baat hui
mummy uske jaisi chocolate chahiye

how kiddish

aur ise aap hindi ki bhalayi kahte hain
main khud bhi hindu hoon magar sorry to say shayad aap jitni samjhdaar nahi hoon



magar mujhe nahi lagta aisi samjhdaari mujhmain kabhi aayegi ki hmare bharat ko jo ki ab tak alag alag bhesh bhusha aur dharam ke ek saath rahne ke liye famous hai
use hindu desh banane ki baat bhi sochu

khair aap jaise kuch log hai na fursat se

lage rahiye

शोभा ने कहा…

भारत धर्म निरपेक्ष देश है। प्यार बना रहने दें।

Asha Joglekar ने कहा…

hindu hiton ki raksha ka arth auron ki upeksa nahi balki sambhaw hai jo hamare rajneta nahi rakh rahe hain.

राजेंद्र माहेश्वरी ने कहा…

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ।

बेनामी ने कहा…

मुझे भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने से आपत्ति नहीं है किन्तु लाखों हिन्दू जिन्होंने किसी कारण से धर्मान्तरण कर लिया था किन्तु आज वापस हिन्दू नहीं बन पा रहे हैं, अर्थात उनके वर्चस्व पर प्रश्न चिह्न है इस बात पर चर्चा करें तो बेहतर होगा!

जय भारत!

Satyajeetprakash ने कहा…

1947 के बाद करीब दो लाख करोड़ रुपये की रिश्वत देकर भी एक मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू-कश्मीर को हम धर्म-निरपेक्ष नहीं बना सके हैं, महज कुछ एकड़ जमीन वो भी अस्थायी तौर पर श्राइन बोर्ड को देने की कोशिश हुई तो पूरा कश्मीर जल उठा. क्या ऐसा ही हुआ था जब सैंकड़ो हज हाउस और हज टर्मिनल के लिए जमीन दी गई. कदापि नहीं. हिंदु धर्म स्वभाव से ही धर्म-निरपेक्ष है और धर्म-निरपेक्षता इस्लाम का स्वभाव हो ही नहीं सकता है.

Satyajeetprakash ने कहा…

1947 के बाद करीब दो लाख करोड़ रुपये की रिश्वत देकर भी एक मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू-कश्मीर को हम धर्म-निरपेक्ष नहीं बना सके हैं, महज कुछ एकड़ जमीन वो भी अस्थायी तौर पर श्राइन बोर्ड को देने की कोशिश हुई तो पूरा कश्मीर जल उठा. क्या ऐसा ही हुआ था जब सैंकड़ो हज हाउस और हज टर्मिनल के लिए जमीन दी गई. कदापि नहीं. हिंदु धर्म स्वभाव से ही धर्म-निरपेक्ष है और धर्म-निरपेक्षता इस्लाम का स्वभाव हो ही नहीं सकता है.

irshad shaikh ने कहा…

hamare bharat me har dharam ke log he
aur yahi bharat ki asli phachan he
our uski phachan mitane ki kosis na kare


mujhe kadh is bat ka ke aap jese log bhi ise bharat me he